हर साल लाखों छात्र NEET UG की परीक्षा में बैठते हैं, जिनमें से बड़ी संख्या हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले छात्रों की होती है। उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में आज भी हिंदी मीडियम स्कूलों का बोलबाला है। लेकिन कई बार इन छात्रों को यह भ्रम होता है कि अंग्रेजी न आने की वजह से वे प्रतियोगिता में पिछड़ जाएंगे।
सच्चाई ये है कि सही रणनीति, संसाधन और मेहनत से हिंदी मीडियम छात्र भी 600+ अंक ला सकते हैं। आइए जानें कैसे।
1. परीक्षा भाषा से न डरें
NEET UG परीक्षा भारत सरकार द्वारा 13 भाषाओं में आयोजित की जाती है, जिनमें हिंदी भी शामिल है। आप पूरे प्रश्न पत्र को हिंदी में पढ़ सकते हैं, हल कर सकते हैं और यही सुविधा सबके लिए समान स्तर का माहौल देती है। इसलिए अंग्रेजी से डरना छोड़ें।
2. NCERT किताबों को बनाएं मजबूत आधार
- हिंदी में उपलब्ध NCERT की बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री की किताबें ही NEET की तैयारी का आधार होनी चाहिए।
- खासतौर पर बायोलॉजी, जिससे 360 अंक तक के प्रश्न आते हैं, उस पर सबसे ज्यादा ध्यान दें।
- NCERT की भाषा सरल होती है और इससे कांसेप्ट क्लियर होते हैं।
3. टाइम टेबल और स्मार्ट स्टडी
- रोज़ाना 6 से 8 घंटे पढ़ाई का लक्ष्य रखें।
- बायोलॉजी को अधिक समय दें, लेकिन फिजिक्स और केमिस्ट्री को भी न भूलें।
- हर विषय के लिए रिवीजन और मॉक टेस्ट के लिए अलग समय निकालें।
4. हिंदी मीडियम कोचिंग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का लाभ लें
आज कई प्लेटफॉर्म हिंदी मीडियम में क्वालिटी कंटेंट उपलब्ध कराते हैं:
- Physics Wallah – हिंदी मीडियम में फुल कोर्स
- Aakash BYJU’S – हिंदी कोर्स और टेस्ट सीरीज
- Unacademy – हिंदी भाषी छात्रों के लिए लाइव क्लासेस
इन संसाधनों से न केवल विषय समझने में आसानी होती है, बल्कि मॉक टेस्ट और डाउट क्लियरिंग जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।
5. पुराने प्रश्नपत्रों और मॉक टेस्ट का अभ्यास करें
- पिछले 10 वर्षों के NEET के प्रश्न पत्रों को हिंदी में हल करें।
- हर सप्ताह कम से कम एक फुल सिलेबस मॉक टेस्ट जरूर दें।
- गलतियों का विश्लेषण करें और उसी पर दोबारा फोकस करें।
6. आत्मविश्वास और स्वास्थ्य दोनों रखें मजबूत
- खुद पर विश्वास करें – भाषा ज्ञान को सीमित नहीं करती।
- पढ़ाई के दौरान ब्रेक लें, योग, ध्यान या हल्का व्यायाम करें।
- नींद और खानपान का पूरा ध्यान रखें, क्योंकि अच्छी सेहत ही लंबी रेस की तैयारी कर सकती है।
हिंदी माध्यम छात्र भी बन सकते हैं टॉपर
NEET की सफलता का रास्ता भाषा से नहीं, दृढ़ निश्चय और सही रणनीति से तय होता है। हिंदी मीडियम छात्र भी अगर NCERT को आधार बनाएं, सही गाइडेंस और संसाधनों का उपयोग करें और मेहनत करें, तो 600+ स्कोर पाना बिल्कुल संभव है।
याद रखें – मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। आप भी डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं, बस आज से ही सही दिशा में कदम बढ़ाएं।