DA Hike News : नए साल की शुरुआत झारखंड सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। सरकार ने उनके महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) में 2% की बढ़ोतरी की घोषणा की है। अब यह भत्ता 53% से बढ़कर 55% हो गया है। झारखंड के वित्त विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिया है।
यह बढ़ा हुआ DA 1 जनवरी 2025 से लागू होगा और इसका असर कर्मचारियों को फरवरी 2025 से मिलने वाले वेतन में दिखाई देगा। इस फैसले से कर्मचारियों की मासिक आमदनी बढ़ेगी और उन्हें महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी।
किन्हें मिलेगा इसका लाभ?
इस बढ़ोतरी का फायदा राज्य सरकार के सभी नियमित सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी और पारिवारिक पेंशन पाने वाले लोगों को मिलेगा। खासतौर पर वे सभी कर्मचारी, जो सातवें वेतनमान के अंतर्गत वेतन या पेंशन पा रहे हैं, इस वृद्धि से सीधे लाभान्वित होंगे। इसमें राज्य के विभिन्न विभागों, स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों और अन्य सरकारी संस्थानों के कर्मचारी शामिल हैं।
केंद्र के फैसले के बाद राज्य सरकार की पहल
यह फैसला केंद्र सरकार द्वारा DA बढ़ाए जाने के कुछ ही समय बाद लिया गया है। आमतौर पर राज्य सरकारें केंद्र की नीति के अनुसार ही महंगाई भत्ते में संशोधन करती हैं। झारखंड सरकार ने भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपने कर्मचारियों के हित में यह कदम उठाया है।
DA एक ऐसा भत्ता है जो कर्मचारियों की क्रय शक्ति को बनाए रखने में मदद करता है। जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती है, सरकार DA में वृद्धि करके यह सुनिश्चित करती है कि कर्मचारी अपनी आवश्यक जरूरतों को पूरा कर सकें। 2% की यह बढ़ोतरी छोटी लग सकती है, लेकिन यह हर महीने के वेतन में स्पष्ट अंतर लाएगी।
कर्मचारियों में खुशी की लहर
इस फैसले से राज्य भर के कर्मचारियों और पेंशनधारकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कई कर्मचारी संगठनों और यूनियनों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उनका मानना है कि सरकार ने सही समय पर एक सकारात्मक फैसला लेकर अपने कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा है।
राज्य की अर्थव्यवस्था को मिलेगा फायदा
इस भत्ते की वृद्धि से न केवल कर्मचारियों की जेब में पैसा बढ़ेगा, बल्कि बाजार में खर्च करने की क्षमता भी बढ़ेगी। जब लोग ज्यादा खर्च करते हैं, तो बाजार में मांग बढ़ती है और इसका सीधा असर राज्य की आर्थिक गतिविधियों पर पड़ता है। छोटे कारोबारियों और स्थानीय व्यापारियों को भी इसका लाभ मिलेगा।