UPI : डिजिटल धोखाधड़ी पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा और अहम कदम उठाया है। अगर आप Paytm, PhonePe या Google Pay जैसे ऐप्स से UPI पेमेंट करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने ऐसे मोबाइल नंबरों पर UPI ट्रांजैक्शन रोकने का फैसला किया है जिन्हें रिस्की यानी संदिग्ध माना गया है।
सरकार का यह कदम बढ़ते साइबर फ्रॉड को देखते हुए लिया गया है। देश में रोजाना हजारों लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस UPI फ्रॉड के आ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने तय किया है कि कुछ मोबाइल नंबरों को फ्रॉड रिस्क के आधार पर ब्लॉक कर दिया जाएगा ताकि डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगाई जा सके।
कैसे काम करेगा नया सिस्टम?
सरकार का नया सिस्टम उन नंबरों को तीन कैटेगरी में बांटेगा – मीडियम, हाई और वेरी हाई रिस्क। जिन नंबरों को फ्रॉड के लिए हाई रिस्क माना जाएगा, उन पर UPI पेमेंट पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। इससे ऐसे नंबरों से ट्रांजैक्शन नहीं हो सकेगा जो धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं।
किन लोगों पर पड़ेगा असर?
अगर किसी नंबर पर बार-बार फ्रॉड की शिकायतें मिल रही हैं, वह नंबर बार-बार अलग-अलग मोबाइल में इस्तेमाल हो रहा है, या फिर उस नंबर से जुड़ी KYC जानकारी फर्जी है, तो ऐसे नंबरों को ब्लॉक किया जा सकता है। इसके अलावा, अगर किसी नंबर से लगातार OTP या UPI पिन गलत डाला जा रहा है, तो भी सिस्टम उसे रिस्की मानकर उस पर ट्रांजैक्शन रोक सकता है।
सिर्फ यही नहीं, अगर किसी नंबर के खिलाफ साइबर क्राइम ब्रांच में केस दर्ज है, तो भी उस नंबर पर डिजिटल पेमेंट ब्लॉक हो जाएगा। इस फैसले का मकसद है कि आम लोगों को सुरक्षित डिजिटल पेमेंट का अनुभव मिल सके और फ्रॉड से बचाया जा सके।
कैसे पता करें कि आपका नंबर ब्लॉक हुआ है या नहीं?
अगर आप UPI से पेमेंट करने की कोशिश कर रहे हैं और बार-बार “Transaction Under Review” या “Could Not Process” जैसे मैसेज आ रहे हैं, तो हो सकता है कि आपका नंबर सिस्टम में संदिग्ध के रूप में चिन्हित हो गया हो।
इस स्थिति में आप तुरंत NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) या अपनी ऐप कंपनी की कस्टमर सपोर्ट हेल्पलाइन से संपर्क करें। वे आपकी मदद करेंगे और यह पता करेंगे कि आपका नंबर ब्लॉक है या नहीं।
सरकार की यह पहल डिजिटल पेमेंट को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। इससे फ्रॉड करने वालों पर लगाम लगेगी और ईमानदार यूजर्स को राहत मिलेगी।